Surabhi SonamSep 11, 20201 min readMirageI think you still exist Or, do you, actually, not? As image you persist Reality says, you do not. You build me, every night, Story of...
Surabhi SonamMar 31, 20151 min readThat silent guitarSilently, it lays. Strings out of tune. Nothing brings life, Neither sun, nor moon. Skin has lost luster, Lies yellow and pale Crawlers...
Surabhi SonamMar 4, 20141 min readअहम्हरी-हरी ज़मीन से ऊँची शाख ने कहा, “मैं तना विशाल-सा, शान से यहाँ अड़ा, तुच्छ, तू ज़मीन पर, धूलग्रस्त है गड़ा, क्या महान कर रहा, तू वहाँ...
Surabhi SonamOct 30, 20132 min readहाय! कृष्ण तुम कहाँ गएहै जंग यहाँ फिर आज छिड़ी है रण भूमि फिर आज सजी अर्जुन ने अपना धनुष कसा तरकश को फिर बाणों से भरा इस बार भी भाई समक्ष खड़े अर्जुन के बाण...
Surabhi SonamOct 17, 20131 min readयहाँ सब चलता हैयहाँ कहते हैं कि सब चलता है। श्वेत जामा ओढ़े है विनाश, भू बिछी है निर्दोषों की लाश, अश्रु-क्रंदन में बहे उल्लास, ढेर हुआ बेबस विश्वास,...
Surabhi SonamOct 11, 20131 min readआलिंगनअधखुली तेरी आँखों में लिखे थे अधूरे शब्द स्वयं को बांधे हुए थी मैं संकुचित, निस्तब्ध। तरंगों की आंधी में खिंच रहे थे अधीर मन भावों के...
Surabhi SonamSep 16, 20131 min readज्वलित बन तूसूक्ष्म सी चिंगारी बन तू टिमटिमा जुगनू के संग संग। ज्वाला का सामर्थ्य रख तू अपने भीतर, अपने कण-कण॥ नम्रता की लौ भी बन तू जलती-बुझती,...
Surabhi SonamJun 2, 20131 min readबारिश की बूंदेखिड़की से अन्दर आती वो बूंदे बारिश की कहती हैं कहानी सूरज के खिलाफ की साजिश की। मेघों से बिछड़ने का दुःख तो है उनमें, पर संतुष्टि भी है...
Surabhi SonamJun 2, 20133 min readTissue paper और कलमउस रात बादलों के घेरे में यूँही अकेले चलते चलते। आया एक Tissue Paper कहीं से अचानक उड़ते उड़ते॥ कुछ अधूरे शब्द काली स्याही से लिखे हुए।...